Saturday, 26 May 2018

किरण किरण सेहत

सूर्य स्वास्थ्य का प्रतीक है, अंजुरी में किरणें भरकर हम पर सेहत की बारिश करता है, इसका आस्वादन हर दिन जरूरी है |

भारत में मकर संक्रांति, पोंगल, माघी उत्तरायण जैसे कितने नामों में विभूषित यह त्यौहार सूर्यदेव की आराधना का ही एक हिस्सा है | यूनान वे रोम जैसी अन्य प्राचीन सभ्यताओं में भी सूर्य और उसकी रश्मियों को भगवान अपोलो और उनके रथ के स्वरुप में सोचा गया अब बोलो मतलब सुषमा प्रकाश तथा स्वास्थ्य व उपचार को के देवता यानी जब मैं मानव में समझ का विकास हुआ तब से ही उसे यह भी स्पष्ट आभास हो गया कि सूर्य धरती के नियंताओं में सर्वोपरि है |

विज्ञान ने जगाया जगाया-चेताया

विज्ञान और वैज्ञानिक सोच का विकास होते-होते उसने इस तथ्य को प्रतिपादित भी कर लिया | लेकिन साथ ही यह भी जाना कि सूर्य किरणों में पराबैंगनी अल्ट्रा वॉलेट विकिरण भी होता है जो कि मनुष्य के लिए हानिकारक हो सकता है गोरे लोगों में त्वचा के कैंसर से लेकर किसी भी मनुष्य की त्वचा में कोलेजन का टूट जाना या फिर विटामिन ए का कम हो जाना जैसी परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं इसी विकिरण के कारण आंखों में मोतियाबिंद जल्द भी हो सकता है किंतु यह बातें हमारे दिलो-दिमाग पर कुछ ज्यादा ही छा गई और सूर्य दोस्त के बजाय Dushman पार्टी का मेंबर नजर आने लगा जरा देखो तो वास्तविकता क्या है |

किरण नहीं, कमी नुकसानदेह है

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस विषय पर जारी अपनी रिपोर्ट में समस्त वैज्ञानिक अध्ययनों का निचोड़ प्रकाशित किया है, उसके अनुसार सूर्य की रोशनी में पाए जाने वाले अल्ट्रा वॉलेट विकिरण की अधिकता से होने वाले नुकसान की अपेक्षा सूर्य प्रकाश की कमी से होने वाली समस्याओं का बोझ कहीं ज्यादा है |

 यह 'डी कंपनी' भली है

विटामिन डी लगभग 1000 दिन के सही संचालन में मददगार है, वह जीव जो मुख्यता है, कैल्शियम मेटाबॉलिज्म न्यूरोमस्कुलर तंत्र तथा प्रतिरक्षा तंत्र के लिए आवश्यक है, यह विटामिन हमारी त्वचा में सूर्य प्रकाश की मदद से ही बनता है, जिसमें कपड़े तन की अतिरिक्त चर्बी और त्वचा का मेलेनिन पिगमेंट बाधा डालते हैं, कैल्शियम मेटाबॉलिज्म पर विटामिन डी की कमी का असर है हड्डियों का कमजोर होना और कमजोर हड्डियों हर घड़ी के दर्द और टिप्स से लेकर स्त्रियों में गर्भावस्था के दौरान विभिन्न जटिलताओं का कारण बनती है आजकल बहुत से वैज्ञानिक शोधों के उपरांत विटामिन D की उपयोग किरदार समझ में आ रहा है, मसलन पाया गया है, कि यदि शरीर में किस विटामिन की मात्रा उचित हो तो टीवी रोग के खतरे में 32% तक की कमी आती है धूप के अत्यधिक सेवन से यदि त्वचा का कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, तो दूसरी तरफ सूर्य किरणों के प्रभाव से होने वाली विटामिन डी की आपूर्ति ब्रैस्ट ओवरी अतः प्रोटेस्ट आज के कैंसर से बचाती है नई खोजें विटामिन D को हृदय रोगों से बचाव में भी सहायक बताती हैं |
धूप है, तो बेहतर नींद है

हमारे शरीर की लगभग सभी क्रियाएं विभिन्न एंजाइम हारमोंस जैव रसायन के द्वारा प्रतिपादित की जाती है इनमें से एक है मेलाटोनिन यह रातों की नींद का जिम्मेदार है और पाया गया है कि अगर सुबह कुछ देर सूरज की रोशनी का स्वाद किया जाए तो रात में मेलाटोनिन का श्रवण बेहतर होता है |

रोशनी ना होगी तो मन अंधेरा होगा

मेलाटोनिन, सेरोटोनिन जैसे जैव-रसायनों कब बहुत गहन संबंध मानसिक स्वास्थ्य से भी है | विभिन्न रिसर्च में पाया गया है कि सूर्य की रोशनी का अभाव डिप्रेशन की समस्या को जन्म देता है |

धूप सब ठीक कर देती है

यह तो सर्वविदित है, कि सूर्य की ऊर्जा मनुष्य के लिए हानिकारक लगभग सभी बैक्टीरिया वायरस तथा फंगस का नाश करती है, हमारे घरों में सदियों से समान शुद्ध रूप दिखाकर शुद्ध करने की परंपरा है, अथर्ववेद की रिचा कहती है |

 धन्यवाद सूर्य

सूर्य का उत्तरायण होना एक खगोलीय घटना भर नहीं है, संक्रांति पर्व पर्व और उल्लास की परंपरा शायद मानव जाति की ओर से सूर्य देव को धन्यवाद ज्ञापन है या फिर शायद हर नई पीढ़ी को हमारे पुरखों की नैसर्गिक विविधता में लिपटा संदेश है, जिसको उन्होंने ज्ञान अनुभव शोधन में समझाया था |